Friday 15 June 2018

इक और से मै चाहु तुझे

इक और से मै चाहु तुझे
इक और से तु चाहे मुझे
इक और बसा है यह दिल
कही और यह दिल धडके

कही और गिरे सावन की बारिश
भिगे कही और यह तन जलमे
भिगे कही और तन फिर क्यु
जलता है दिल उसकी याद मे

बाजी

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