Wednesday 16 August 2017

अल्फाज ए धडकन ..broken heart series

Y1]
   
दो दुनिया के रास्ते मिलतै हो जहा क्या मिल पायेंगे हम वहा
दुर क्षितिज की रेखाओ से क्या  लिख सकेगे दास्तान्
लब्जो का तो खेल नही है, इशारो से की बाते नही है
आपके खामोशी ने ही तो सारी बाते बया हुयी है
4]
मर कर तुझपे बरबादी होगी
 यह क्या हम  जानते थे ?
सौदेबाजी मे हारेंगे दिल
 क्या हम कभी जानते थे?
वैसे तो  कभी हारने की 
फितरत न थी हमारी
जब नजर ए मिलाफ हुआ 
तो हारने कि वजह मिल गयी

बाजी©

5]तेरे इश्कमै बुरे हालात का बेटा हु उसी बढाया मुझे

मै बुरे वक्त का चेला हु उसी ने पढाया मुझे 


मे बदनामी का डर रहा नही
बरबाद ए दिल के जिंदगी मे 
नाम की अब जरुरत क्या है 

इस दर्द की कोई दवा दिला दो
करे कबुल इबादत वो खुदा दिखा दो
यु घुटघुटकर नही जी सकते अब हम
कत्ल करे जज्बात ए दिल ऐसा जहर पिला दो

असर ए इश्क छा गया है कुछ इसतरह ए जान
कि अब अपने ही दिल मे खुदको ढुंढ रहा हु

सोचता हु बोल दु अब तुम्हे या नही
सोचता हु राज दिल के खोल दु या नही
फितरत हमारी कुछ बेजुबा यु अब
सोचता हु कागज पे लिख दु या नही 

होंगे जुदा जानते थे फिर भी वादा किया था 
गिर जायेगी दिवार ख्वाबोकी जानते थे
     फिरभी....वादा किया था
सुख जायेगा खुशीका तालाब जानते थे
     फिर भी......वादा किया था
जितेजी हमे मौत मिलेगी जानते थे
    फिर भी तुझे गलेसे लगाकर मरने  का
फिर भी वादा किया था
बाजी©
6]
 ना जान पावोगे हद ऐ दिवानगि
आजमाइश कर हद ए इश्क की
सीना चीर कर देखने का ख्वाब देख रही हो
वहा तो तु खुद का नाम  ही पाओगी
इम्तेहा की इस रस्म मे तुम बडी पछताओगी
मार के अपने आशिक को तु झे जालीम

7]
डरता था दिल कि किसी पर यु ही न आये उतर कर
कातील फितरत जानता था  बे वफा की
बाजी© 

८]
कुछ छोड गयी थी तुम शायद
कुछ लौटाना बाकी था
मिल गये थे हम राहो मे
बस पता पुछना बाकी था
कुछ भुल गयी थी तु  शायद
याद दिलाना जरुरी था
मेल बनाने कुछ लब्जो का
कुछ तो बोलना बाकी था
.
.बाजी©
10]
हम गैरो को अपना समझे 
यह गलती नही हमारी है
हर गैर मे तेरी मौजुदगी
यह दिल की दिवानगी है
मत समझ परवाना हमे
हम जल न सकेंगे तेरे लिये 
एक तमन्ना बसि है दिल मे
जिना ही है तेरे लिये
जिंदगी कि हर कदम पर 
एहसास यह होता रहा है
दिल तो बनाया रेखाओ से 
अब रंग बता भरना कहा है
#बाजी©
10)
अपनी हो तुम कहता है दिल 
समझ नही पाते हम कभी
नाम लिया जो तुने किसी का 
जल उठता है मन कभी 
क्या हलचल है नही जानते हम 
क्या तुम पहचान गयी हो
मोहब्बत करते है हम तुमसे
 क्या तुम जान गयी हो
बाजी©
11)
नाम लेता है तेरा  कतरा भी खुन का मेरे
सांस ढुंढती है गंध मोजुदीकी तेरे
आंखे ढुंढते है हर वक्त शबाब ऐ हुस्न तेरा
दिल धडकता है हरपल यादो मे तेरे
बाजी
12)
सवाल है रिश्ते मे कई लेकीन दिल जवाब ढुंढ नही सकता
मेरे हर बात का मतलब तुझे मै बता नही सकता
हर वक्त तुझे लगता है परेशान करता है सवाल मेरे
लेकीन सच तो यह है की ,
यह दिवाना इजहार ए मोहब्बत अभी कर नही सकता
बाजी©


१५] नही बचे मुकम्मल  अल्फाज
       जाने वाले कैसे रोक लु तुम्हे
       जिसने दी दिल खोलकर यादे
       उस से और क्या मांगु मै 
बाजी© 
16] तकलीफ हो तुझे
      ऐसा लब्ज नही बोलेंगे
       अकेले सह लेंगे हम
       अकेले मर जाएंगे
       गुमनाम खत की तरह
      बस याद मे रह जाएंगे
बाजी© 
17] 
19]ख्वाबो मे तेरा वजुद नही रहा
      अब आँखो ने मेरे सोना बंद कर दिया
      नही रोते हम तेरी याद से आजकल   
       है दिल ने धडकना बंद कर दिया
20
      दर्दद तमाशा दुनिया को दिखाना मक्सद नही शायरी का मेरे
      नही बोल सकते जिस दर्द को लकीरो मे दबा देते है 

21]क्या मोहब्बत मेरी तेरे लिए इक मजाक था
      मै एक खुषमस्करा और इश्क चुटकुला था
     वैसे दिख तो सब रहे थे साथी मेरे
      मगर जब दिल मे झाक कर देखा तो 
     अंधेरा नजर आया
बाजी© 
२२]
        23]
 क्यो लुटेरो के काफीले बदनाम है
 यहा लुटेरा जमाना है यारो
   नही होता दरिंदा जन्मसे कोई
 यह जमाना मजबुर बनाता है यारो
24]दिल्लगी इतनी ही थी मेरी ,
दियाँ थी वह परवाना मै था
परवाह नही थी उसे दिवाना मै था 

बाजी©
२४]ऐ हवा 
 वह नही जाती बता के ,खाली तु तो देखा कर
 उस अपने की गंध से मुझे मोजुदगी बताया कर 
बाजी© 

न कोई बात होगी
न मुलाकात होगी 
होगी तो बस अब  
उसकी बारात  और
मेरी जनाजा ए मौत होगी
©baaji_pandav

ए मोहब्बत की मेरे
मुकदमेमे न कोई सुनवाई
न मुआफी होगी 
होगी तो बस अब 
मुझे सजा ए मौत  होगी

©baaji_pandav

उनको नजरअंदाजगी की वजह
नही है अब
दिल की मय्युसियत की दवा
नही है अब 

©baaji_pandav

हम तो साथ परछाई के 
तक काट लेंगे जिंदगी  
बस्स अब सुरज तेरा 
तेरे सरसे हटने की देर है
©baaji_pandav

काश 
तु उस दिन 
न हसी होती 
तेरी मुस्कान पे यह 
जान न कुर्बान होती

©baaji_pandav

काश मै तेरे हाथ की वह कलम होता
उस बहाने ही सही मै तेरे साथ होता
बोल नही सकती जो मन की बात तु
  अपने आल्फाजो मे सही उतार देता

©baaji_pandav

काश तेरे अंबर का 
बादल मै बना होता 
तेरे हर एक रंग को
खुदसे यु सजा पाता 
फिर
भिगोने तेरे दिल को
यु कभी बरस जाता
©baaji_pandav

काश की तेरे साँसो की 
गंध मै बन पाता 
उस गंध को जिने
की जरुरत बना लेता
तु बन जाती रंग होली का 
और मै रंगनेवाला
पाणी ही बन पाता
©baaji_pandav

काश जिंदगी का हर
लम्हा तेरे संग जी लेता
हर सुखदुःख को मेरे
तेरे हसीं पे लुटा पाता 
नही था मै उतना खुशनसिब
काश तेरे दिल को यु
दिलसे मेरे जोड पाता 

©baaji_pandav

काश तेरे मन मे यु 
अपने की तरह रह पाता 
परछाई बनकर तेरी मै
ठंडक की तरह समा पाता
नही थी मेरे नसिब मे
तुम्हारी मोहब्बत कभी भी
काश तेरे दिल को यु
अपने हातो से मै रंग पाता
©baaji_pandav

जालीमो भरी दुनिया मे इन्सानसे वफा उम्मीद ना कर 
कभी जानवरो से लगाव कर वफा की बखान जानोगे
बाजी©

8]
इस गलतफहमी ना रह की हम भुल ना पायेंगे तुझे 
पथ्थर भी नरम हो जाते हे समय से लडते हूये

9]दुआ भी उसकी खैरत 
की मांगता रह वह
बदनसिब 
तुट चुका था जो न लब्ज
बोलणे लायक था
हर वो बहाणा आपकी 
चाहत का 
दफना रहे है आसुओ 
के समंदर तले
अब आशिकी बस मौत से है !


बाजी©

कुछ इस कद्र टुट चुके थे हम
न देखा पलटकर उन्होने
न हमने उन्हे पुकारा 

Omkar R pandav ©
बाजी©
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omkar radhakrushn pandav (bajirao)

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