गौर करो यह बात शहीदो मत समझना तुम चल बसे हो
दिल धडकता है जो सीने मे आग वहा तुम लगा गये हो
मौत तुम्हारि ना कर पायेगी हौसले खारिज हमारे आज
देखृना शहादत रंग लायेगी इस मुल्क मे सालोसाल
एक दिन अरुणोदय होगा ,महारुद्र का तांडव होगा
देशद्रोही पर कयामत वाला दिन हिसाबी जब आयेगा
वचन देकर कहते है हम सिपहसालार ऐ हिंदोस्ता
ना बचने देंगे हात हथियार ना रहने देंगे द्रोही इरादे
ना नसिब होना है कृफन हरामी ना खुदनी है कबरे
दुआ कर ऐ दुश्मन आज हमे रहम आ जाये
वरना दिल तो यही कहे है चल कत्ले आम तेरी होनी है
बाजी©
No comments:
Post a Comment