Tuesday 10 April 2018

अल्फाज ए धडकन.. मुहब्बत

दिल के राज कभी छिप नही सकते 
  बनकर धडकन सुनाई तो देंगे
भरोसे का मजाक बनानेवाले 
    कभी तो संजीदा होंगे
दिलग्गी हारना तो आमबात होती है
जिंदगी मे दिल्लगी अपनी जगह होती है

अल्फाजो मे रह गया प्यार ये न समज तु
क्युकी टुटे दिल के अल्फाजो से ही तो
मुहब्बत की शायरीया होती है !

बाजी©

2]
मोहब्बत की है तो चाहे अब तुफान आ जाये
हमारी भरी जिंदगी मे चाहे सैलाब आ जाये
दम आगया इन धडकनो तेरे साथ होनेसे
अब मेरे खिलाफ शैतान तो क्या भगवान आ जाये

3]

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